दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने च्वाइस बेस्ड
क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) को लेकर कार्यकारी परिषद के विरोध की खबरों का
खंडन किया है। डीयू का कहना है कि एकेडमिक काउंसिल की पहले से मंजूरी मिलने
के बाद इसे आगे बढ़ाया जा रहा है। अगर कोई सदस्य इसका विरोध कर रहा है तो
यह उसकी निजी राय होगी।
संपादक विशेष:
यह सूचना अमर उजाला अखबार के माध्यम से आप लोगो तक पहुंचाई जा रही है हमारा मत है की ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों के मध्य शिक्षा और शिक्षा समाचार का प्रसार हो इसलिए गत कई वर्षो से बीटेकआलसोल्युशन्स अपनी पूरी टीम के साथ आप लोगो तक लेख पहुँचाने के कार्य में लगा हुआ है । पाठको के कमेंट्स व् सुझाब स्वीकार्य हैं ।
दरअसल डीयू 2015-16
शिक्षण सत्र को ध्यान में रखकर कॉलेजों से क्रेडिट बेस्ड स्कोर के तहत
सिलेबस बनाने के लिए कहा है। कुछ कॉलेज के शिक्षक विरोध जता रहे हैं। यही
नहीं कार्यकारी परिषद के कुछ सदस्यों ने खुलकर इसका विरोध जताया है। इस पर
डीयू ने खंडन जारी कर कहा कि ऐसा नहीं है। इसे एकेडमिक काउंसिल से मंजूरी
मिल गई है।
फिलहाल 2015-16 को ध्यान में रखकर कॉलेजों से मंगाया गया ड्राफ्ट सिलेबस
अभी कॉलेजों से सीबीसीएस के
ड्राफ्ट सिलेबस तैयार करने को कहा है। कॉलेजों से इस संबंध में सुझाव मांगे
गए हैं। इसे बनाने व लागू करने में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी। सभी
संवैधानिक संस्थाओं से मंजूरी लेने के बाद ही इसे लागू कराया जाएगा।
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यह सूचना अमर उजाला अखबार के माध्यम से आप लोगो तक पहुंचाई जा रही है हमारा मत है की ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों के मध्य शिक्षा और शिक्षा समाचार का प्रसार हो इसलिए गत कई वर्षो से बीटेकआलसोल्युशन्स अपनी पूरी टीम के साथ आप लोगो तक लेख पहुँचाने के कार्य में लगा हुआ है । पाठको के कमेंट्स व् सुझाब स्वीकार्य हैं ।
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